हाल ही में फिल्म आर्टिकल 15 पर स्वरा भास्कर का एक लेख हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित हुआ, जिसमें वह कहती हैं, जाति से अनभिज्ञ होना आधुनिक भारत में अपने आप में एक ऐसी सहूलियत है, जिसका लाभ सवर्ण ही ले सकते हैं। फिल्म आर्टिकल 15 की बात करते-करते महोदया जाति व्यवस्था की उस सच्चाई को खोलने का प्रयास करने लग जाती हैं, जो उन्होंने कभी जी ही नहीं है। उन्होंने दिल्ली में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी की और आज...
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