इंसान की एक अजीब फितरत है, वह है खुद से कभी संतुष्ट ना होना। यह असंतुष्टि कभी अपनी चीज़ों को लेकर होती है तो कभी अपनी कमियों को लेकर। हम अगर काले हैं तो गोरा होना है, गोरें हैं तो हमें तीखे नैन-नक्श चाहिए, छोटे हैं तो हमें लंबा होना है, लंबे हैं तो पतला भी होना है, पतले हैं तो सिक्स पैक भी चाहिए। वगैरह-वगैरह। ये फेहरिस्त लंबी है, इंसान की ख्वाहिशों की तरह। इंसान यह भूल जाता है कि कोई भी 100 फीसदी...
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