फिल्म हो या वेब सीरीज़ या फिर कुछ और जो उसका जॉनर है, उसे उस रूप में ही व्यवहार करना चाहिए। कहने का तात्पर्य है कि यदि जॉनर हॉरर हो तो दर्शकों को डर लगना चाहिए। यदि जॉनर थ्रिलर हो तो रोमांच आना चाहिए और यदि कॉमेडी हो तो हंसी आनी चाहिए। नेटफ्लिक्स ने इस सिद्धांत की ही ऐसी-तैसी कर दी है। बेताल एक हॉरर जॉनर की वेब सीरीज़ है मगर इसको देखने में आपको रत्ती भर भी डर नहीं लगेगा। निलजा आदिवासियों का एक...
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