हाल ही में अंतराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया गया है लेकिन निष्पक्ष भारतीय मीडिया के लिए यह रोकतंत्र दिवस जैसा रहा होगा और यह दिवस निरंतर कई वर्षों से बरकरार है। कहते हैं मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होता है लेकिन क्या सच में ऐसा है? लोकतंत्र में मीडिया को विपक्ष की भूमिका में होनी चाहिए जो सरकार के सही कदम की सराहना अवश्य करें लेकिन गलत फैसलों का पुरज़ोर विरोध भी करे। भारत में पत्रकारिता के इतिहास...
↧