8 घंटे काम, 8 घंटे मनोरंजन और 8 घंटे आराम। औद्योगिक क्रांति के दौरान इस नारे पर आधारित उचित काम और आराम की लड़ाई हुई थी। यह नारा आज भी वही महत्व रखता है। सर्वांगीण विकास के लिए हमें मनोरंजन की ज़रूरत होती है दुनिया में रहकर कुछ खेल नहीं खेला, कोई गीत नहीं गाया या कोई रंग नहीं भरा, उसने ज़िंदगी की खुशियों को बर्बाद कर दिया। इसके अलावा भी शोध और अध्ययन में भी पाया है कि काम में उत्पादकता बढ़ाने क...
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