एक व्यस्त नगर के बीच ऐसा भी समुदाय है, जो सिर्फ कुछ समय के लिए उस समाज का हिस्सा बन जाता है, जिसका वह हिस्सा नहीं है। वह नगर से दूर है लेकिन अपने कारोबार के ज़रिये नगर से जुड़ा हुआ है। लोग उनकी ज़रूरतों से अंजान हैं लेकिन अन्य लोगों की ज़रूरतें उनका कारोबार है। इस समुदाय को जाना जाता है ‘गुज्जर’ नाम से। उत्तराखंड के तराई क्षेत्र में स्थित तीर्थ-स्थल नानकमत्ता में शाम होते ही डैम के आस-पास से कदमों क...
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