हे! मेरी वुमनिया तुम पढ़ो-लिखो फिर मनचाहा ख्वाब पूरा करो खूब मौज करो जीवन में जो मन करे वो काम करो पर आलस को अभी से दूर करो। क्योंकि, आराम हराम है अनोखे काम से हमारा नाम है जिंदगी में काम करो ऐसा कि हर कोई बनना चाहे तुम्हारे जैसा। तुम साहसी हो तुम संस्कारी हो तुम सोच से आधुनिकतावादी हो तुम बेहद प्रतिभाशाली हो। तुम हमारा संग हर वक्त देती हो पढ़ने के लिए भोर चार बजे से जगाती हो लेकिन, हमें जगाकर खुद...
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