मैला आंचल में सड़कों का जाल क्या बिछा, हीरामन की टप्परगाड़ी ही विलुप्त होने पर आ गयी है। मखमल की झालर लगी टप्परों के कद्रदान अब नहीं रहे! वहीं अब हीरामन भी कमाने के लिए परदेश की राह पकड़ चुका है। टप्पर गाड़ी में ही परवान चढ़ी हीराम व हीराबाई की प्रेम कथा अमर कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु ने अपनी प्रसिद्ध कहानी तीसरी कसम उर्फ मारे गए गुलफाम में टप्परगाड़ी को आंचलिकता के रूप में प्रयोग किया है। चंपानगर क...
↧